(जावेद अहमद गामिदी की पुस्तक ‘मीज़ान’ का एक अंश) अनुवाद तथा टीका: मुश्फ़िक़ सुल्तान शैली की विशिष्टता तीसरी चीज़ यह है कि क़ुरआन की भाषा शैली अनोखी है। इसमें गद्य (prose) की सरलता और क्रमबद्धता है, अपितु इसे गद्य नहीं कहा जा सकता। यह काव्य की लय, ताल और संतुलन […]
साहित्य
3 posts
(जावेद अहमद गामिदी की पुस्तक ‘मीज़ान’ का एक अंश) अनुवाद तथा टीका: मुश्फ़िक़ सुल्तान भाषा की स्पष्टता दूसरी चीज़ यह है कि क़ुरआन केवल अरबी ही में नहीं, अपितु स्पष्ट अरबी में उतरा है। अर्थात एक ऐसी भाषा में जो अत्यन्त स्पष्ट है, जिसमें कोई अनिश्चितता नहीं है, जिसका प्रत्येक […]
(जावेद अहमद गामिदी की पुस्तक ‘मीज़ान’ का एक अंश) अनुवाद तथा टीका: मुश्फ़िक़ सुल्तान क़ुरआन अध्ययन के मूल सिद्धान्त पहले उन सिद्धांतों को लीजिए जो पवित्र क़ुरआन पर चिंतन-मनन के लिए आवश्यक हैं: अरबी-ए-मुअल्ला पहली चीज़ यह है कि क़ुरआन जिस भाषा में उतरा है, वह ‘उम्मुल क़ुरा’ (मक्का) की […]